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Introduction of Computer in Hindi (कंप्यूटर क्या है)
वर्तमान समय इन्टरनेट का युग है जिसमे कंप्यूटर का ज्ञान होना अति आवश्यक है आज सभी कार्य कंप्यूटर के द्वारा किये जा रहे है चाहे ऑनलाइन क्लास हो?
ऑनलाइन मार्केटिंग या ऑनलाइन मनी ट्रान्सफर कुछ भी आज सभी चीजे कंप्यूटर के माध्यम से की जा रही है, तो इसी कड़ी में हम आज की इस पोस्ट में जानेंगे की कंप्यूटर क्या है?
कंप्यूटर का पूरा नाम ? कंप्यूटर को हिंदी में क्या कहते है? आदि का जवाब हम आज की इस पोस्ट में जानेंगे? बहुत सारे सवालो कम्प्यूटर शब्द की उत्पत्ति कहाँ से हुई?
कम्प्यूटर शब्द की उत्पत्ति लॅटिन भाषा के कम्प्यूट शब्द से हुई जिसका अर्थ है कैलकुलेशन तो हम कह सकते हैं कि कम्प्यूटर गणना करने वाली एक मशीन है इसलिए कंप्यूटर को हिन्दी में संगणक कहा जाता है।
कम्प्यूटर बना है?
कम्प्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से मिलकर बना है।
Full Form of Computer (कंप्यूटर का पूरा नाम)
Generation of Computer (कंप्यूटर की पीढ़िया)
1940 से 1956 की अवधि को कंप्यूटर की पहली पीढ़ी के रूप में माना जाता है।
पहली पीढ़ी के कंप्यूटरों में वैक्यूम ट्यूब का उपयोग करके विकसित किया गया था।
पहली पीढ़ी के कंप्यूटर बाइनरी कोडेड कॉन्सेप्ट ()-1 की भाषा) पर काम करते थे। उदाहरण: ENIAC, EDVAC आदि।
1956 से 1963 की अवधि को कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी के रूप में माना जाता है।
दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों को ट्रांजिस्टर तकनीक का उपयोग करके विकसित किया गया था।
पहली पीढ़ी की तुलना में दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर का आकार छोटा था।
1963 से 1971 की अवधि को कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी के रूप में माना जाता है।
तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर को इंटीग्रेटेड सर्किट (IC) तकनीक का उपयोग करके विकसित किया गया था।
दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों की तुलना में तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों का आकार छोटा था।
तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर ने कम बिजली की खपत की और कम गर्मी भी पैदा की।
तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों की रखरखाव लागत भी कम थी। 6. तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों का कंप्यूटर सिस्टम व्यावसायिक उपयोग के लिए आसान था।
1972 से 2010 की अवधि को कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी के रूप में माना जाता है। 2. चौथी पीढ़ी के कंप्यूटरों को माइक्रोप्रोसेसर तकनीक का उपयोग करके विकसित किया गया था।
चौथी पीढ़ी में आने से कंप्यूटर आकार में बहुत 4. यह आम लोगों के लिए भी उपलब्ध हो गया। छोटा हो गया ।
2010 से अब तक की अवधि और उससे आगे, मोटे तौर पर पांचवीं पीढ़ी
के कंप्यूटरों की अवधि के रूप में माना जाता है।
उस समय तक कंप्यूटर पीढ़ी को केवल हार्डवेयर के आधार पर वर्गीकृत किया जा रहा था, लेकिन पांचवीं पीढ़ी की तकनीक में सॉफ्टवेयर भी शामिल था।
पांचवी पीढ़ी के कंप्यूटरों में उच्च क्षमता और बड़ी मेमोरी क्षमता थी। 4. इस पीढ़ी के कंप्यूटरों के साथ काम करना तेज था और एक साथ कई काम किए जा सकते थे।
पांचवी पीढ़ी की कुछ लोकप्रिय उन्नत तकनीकों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटेशन, नैनो टेक्नोलॉजी, पैरेलल प्रोसेसिंग आदि शामिल हैं।
डेटा हैंडलिंग क्षमताओं के आधार पर कंप्यूटर तीन प्रकार के होते हैं;
डिजिटल कम्प्यूटर और
1) एनालॉग कंप्यूटर
एनालॉग कंप्यूटर को एनालॉग डेटा को प्रोसेस करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। एनालॉग डेटा निरंतर डेटा है जो लगातार बदलता रहता है। हम
कह सकते हैं कि एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग वहा किया जाता है जहां हमें हमेशा गति, तापमान, दबाव और करंट जैसे सटीक मानों की आवश्यकता नहीं होती है।
21 डिजिटल कंप्यूटर
डिजिटल कंप्यूटर को उच्च गति पर गणना और तार्किक संचालन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
यह डेटा को अंकों या बाइनरी नंबर (0 और 1) के रूप में इनपुट के रूप में स्वीकार करता है और आउटपुट का उत्पादन करने के लिए इसकी मेमोरी में संग्रहीत कार्यक्रमों के साथ इसे संसाधित करता है। सभी आधुनिक कंप्यूटर जैसे लैपटॉप, डेस्कटॉप स्मार्टफोन सहित जिनका हम घर या कार्यालय में उपयोग करते हैं, वे डिजिटल कंप्यूटर है।
लेखक | – |
भाषा | हिन्दी |
कुल पृष्ठ | 14 |
PDF साइज़ | 5 MB |
Category | Education |
Source/Credits | drive.google.com |